नोएडा में बिना अनुमति खुले में नमाज (Namaz) पढ़ने पर लगी रोक पर एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी (Asaduddin Owaisi) ने निशाना साधा है। एक ट्वीट के जरिए ओवैसी ने कहा है कि यूपी पुलिस कांवड़ियों पर फूल बरसाती है। लेकिन सप्ताह में एक बार नमाज पढ़ने का मतलब 'शांति और सद्भाव को बाधित' करना हो जाता है।
ओवैसी ने आगे लिखा कि यह मुस्लिम को यह बताता है कि आप कुछ भी कर लो, गलती तो आपकी ही होगी। ओवैसी ने लिखा कि इसके अलावा, कानून के अनुसार, कोई व्यक्ति कर्मचारी अगर व्यक्तिगत तौर पर कुछ करता है तो इसके लिए बहुराष्ट्रीय कंपनी को कैसे उत्तरदायी ठहरा सकता है?
मालूम हो कि नोएडा में अब बिना अनुमति खुले में नमाज पढ़ने के साथ किसी भी तरह के धार्मिक आयोजन नहीं किए जा सकेंगे। गौतमबुद्धनगर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) डॉ. अजयपाल शर्मा ने इस संबंध में एक पत्र लिखकर सभी कंपनियों को आदेश यह दिया है। आदेश का उल्लंघन होने पर कंपनियां दोषी होंगी और विधि सम्मत उनके खिलाफ कार्रवाई भी की जाएगी।
बताया जा रहा है कि नोएडा के सेक्टर-58 में बिना अनुमति खुले नमाज पढ़ने के बाद पुलिस ने ये आदेश जारी किया है। यह आदेश सभी धार्मिक आयोजनों के लिए है। यह भी जानकारी मिली है कि नोएडा सेक्टर-58 कोतवाली क्षेत्र के सिर्फ एक पार्क को लेकर विवाद है। वहीं, आधिकारिक पुष्टि की बात करें तो पूरे नोएडा में किसी तरह की पाबंदी से पुलिस ने इनकार किया है।
नोएडा : खुले में नमाज सहित सभी तरह के धार्मिक आयोजनों पर रोक लगी
नोएडा में अब बिना अनुमति खुले में नमाज पढ़ने के साथ किसी भी तरह के धार्मिक आयोजन नहीं किए जा सकेंगे। गौतमबुद्धनगर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) डॉ. अजयपाल शर्मा ने इस संबंध में एक पत्र लिखकर सभी कंपनियों को आदेश यह दिया है। आदेश का उल्लंघन होने पर कंपनियां दोषी होंगी और विधि सम्मत उनके खिलाफ कार्रवाई भी की जाएगी।
बताया जा रहा है कि नोएडा के सेक्टर-58 में बिना अनुमति खुले नमाज पढ़ने के बाद पुलिस ने ये आदेश जारी किया है। यह आदेश सभी धार्मिक आयोजनों के लिए है। यह भी जानकारी मिली है कि नोएडा सेक्टर-58 कोतवाली क्षेत्र के सिर्फ एक पार्क को लेकर विवाद है। वहीं, आधिकारिक पुष्टि की बात करें तो पूरे नोएडा में किसी तरह की पाबंदी से पुलिस ने इनकार किया है